3 मिनट पहलेलेखक: गौरव तिवारी
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ग्लोबल हेल्थ जर्नल ‘द लैंसेट’ में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, भारत के लोगों में आयरन, कैल्शियम, फोलेट और मैग्नीशियम की कमी है। इसके अलावा भी कई जरूरी पोषक तत्व हैं, जिनका उनके शरीर में अभाव है। यह कमी उनकी डाइट में पर्याप्त पोषक तत्व न होने के कारण है।
अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने इस स्टडी में 10 साल तक दुनिया के 185 देशों की पॉपुलेशन के बारे में उपलब्ध ग्लोबल डाइटरी डेटाबेस की एनालिसिस की है। इसमें सामने आया है कि दुनिया में लगभग 70% यानी पांच अरब से अधिक लोग पर्याप्त आयोडीन, विटामिन E और कैल्शियम का सेवन नहीं कर रहे हैं। दुनिया के ज्यादातर लोगों के शरीर में किसी-न-किसी जरूरी पोषक तत्व की कमी है।
हम आज ‘सेहतनामा’ में हम उन पांच पोषक तत्वों के बारे में बात करेंगे, जिनकी भारत के लोगों में सबसे ज्यादा कमी पाई गई है। साथ ही जानेंगे कि-
- ये पोषक तत्व अच्छे सेहत के लिए इतने जरूरी और क्रिटिकल क्यों हैं?
- अगर शरीर में इनकी कमी हो तो क्या होता है?
- इस कमी को पूरा करने के लिए क्या खाना चाहिए?
शुरुआत करते हैं हमारे शरीर के लिए सबसे जरूरी मिनरल आयरन से।
आयरन
- हमारे शरीर के लिए आयरन इतना जरूरी है कि शरीर अगले कई महीनों से लेकर कई सालों तक का एडवांस स्टोरेज रखता है।
- एक स्वस्थ पुरुष के शरीर में लगभग 1000 मिलीग्राम आयरन एडवांस में स्टोर रहता है। यह अगले 3 साल के इस्तेमाल के लिए काफी है।
- ठीक इसी तरह एक स्वस्थ महिला के शरीर में लगभग 300 मिलीग्राम आयरन एडवांस में स्टोर रहता है। यह अगले 6 महीने के इस्तेमाल के लिए काफी होता है।
- इसके बावजूद इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवेल्युएशन का आंकड़ा कहता है कि दुनिया भर में करीब 200 करोड़ लोग एनीमिया का शिकार हैं।
अब नीचे 3 ग्राफिक्स में देखिए कि आयरन हमारे शरीर में क्या काम करता है। इसकी कमी से किस तरह की परेशानियां हो सकती हैं और इस कमी को पूरा करने के लिए अपनी रोजमर्रा की डाइट में हमें कौन सी चीजें शामिल करनी चाहिए।
अब बात करते हैं हमारे शरीर के पसंदीदा मिनरल कैल्शियम की।
कैल्शियम
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुतबिक, शरीर में सबसे अधिक मात्रा में पाया जाने वाला मिनरल कैल्शियम है।
- एक स्वस्थ वयस्क के शरीर में लगभग 1,200 ग्राम कैल्शियम होता है। कमाल की बात ये है कि इसका 99% से अधिक हिस्सा हमारी हड्डियों में पाया जाता है।
- कैल्शियम हार्ट की ब्लड वेसल्स के आसपास की मसल्स को आराम देकर हार्ट की फंक्शनिंग को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है। यह ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल में रखता है।
अब नीचे 3 ग्राफिक्स में देखिए कि कैल्शियम हमारे शरीर के लिए क्या काम करता है। इसकी कमी से किस तरह की परेशानियां हो सकती हैं और इस कमी को पूरा करने के लिए क्या खाना चाहिए।
अब बच्चों के जन्म से पहले विकास के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व फोलेट की बात करते हैं।
फोलेट
- फोलेट विटामिन B9 का प्राकृतिक रूप है। यह प्राकृतिक रूप से खाने की चीजों में पाया जाता है। जब हम फोलेट की जरूरी मात्रा खाने की चीजों से पूरी नहीं कर पाते, तब डॉक्टर फोलिक एसिड खाने की सलाह देते हैं।
- गर्भावस्था के दौरान फोलेट महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पर्याप्त मात्रा में फोलेट न मिलने पर बच्चे में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट होने की संभावना बढ़ सकती है। इसका मतलब है कि इन बच्चों में जन्मजात मस्तिष्क या रीढ़ की हड्डी में कोई डिफेक्ट हो सकता है।
- इसके कारण समय से पहले प्रसव की संभावना भी बढ़ सकती है। इससे बच्चों का पूर्ण विकास नहीं हो पाता है और वे अंडरवेट रहते हैं।
अब नीचे 3 ग्राफिक्स में देखिए कि फोलेट हमारे शरीर के लिए क्या काम करता है। इसकी कमी से किस तरह की परेशानियां हो सकती हैं और इस कमी को पूरा करने के लिए क्या खाना चाहिए।
अब हमारे टेस्ट, स्मेल और इम्यून सिस्टम के लिए जरूरी पोषक तत्व जिंक के बारे में जानते हैं।
जिंक
- हमारे शरीर के लिए आयरन के बाद दूसरा सबसे जरूरी मिनरल जिंक ही है।
- शरीर में मौजूद कई अरब कोशिकाओं में से हर कोशिका के भीतर जिंक मौजूद है।
- शरीर के मेटाबॉलिज्म, डाइजेशन, नर्व फंक्शन जैसे कई महत्वपूर्ण काम कर रहे एंजाइम्स की फंक्शनिंग के लिए जिंक की जरूरत होती है।
- इम्यून सिस्टम में मौजूद सेल्स की ग्रोथ और उनके कामकाज के लिए भी जिंक बहुत जरूरी है।
- हमारी स्किन की हेल्थ, DNA सिंथेसिस और प्रोटीन प्रोडक्शन के लिए यह बेहद आवश्यक है।
- हम अगर किसी भी चीज को टेस्ट और स्मेल कर पाते हैं तो वह जिंक के चलते ही संभव हो पाता है।
- जिंक की कमी के कारण इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। इससे संक्रमण की संभावना बढ़ती है।
अब नीचे 3 ग्राफिक्स में देखिए कि जिंक हमारे शरीर के लिए क्या काम करता है। इसकी कमी से किस तरह की परेशानियां हो सकती हैं और इस कमी को पूरा करने के लिए क्या खाना चाहिए।
अब बात करते हैं मास्टर मिनरल कहे जाने वाले मैग्नीशियम की।
मैग्नीशियम
- मैग्नीशियम को हमने सिर्फ विज्ञान की किताबों में पढ़ा है, जबकि यह कोई मामूली मिनरल नहीं है। इसकी खूबियों के कारण वैज्ञानिक इसे मास्टर मिनरल कहते हैं।
- शरीर में सबसे प्रचुर मात्रा में पाए जाने वाले मिनरल्स में यह चौथे नंबर पर आता है।
- शरीर में खरबों कोशिकाएं होती हैं और आश्चर्य की बात यह है कि मैग्नीशियम सभी कोशिकाओं में मौजूद होता है।
- मैग्नीशियम की मौजूदगी के बिना कोई भी कोशिका अपना काम ठीक से नहीं कर सकती है।
- RNA और DNA बनाने से लेकर शरीर के तकरीबन 600 जरूरी सेलुलर रिएक्शंस मैग्नीशियम के बिना पूरे नहीं हो सकते हैं।
- इतना जरूरी होने के बावजूद भारत में करीब 60% लोग अपनी डाइट में मैग्नीशियम की डेली जरूरत को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। यह आंकड़े जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की एक रिपोर्ट में सामने आए तो रिसर्चर्स चौंक गए।
अब नीचे 3 ग्राफिक्स में देखिए कि मैग्नीशियम हमारे शरीर के लिए क्या काम करता है। इसकी कमी से किस तरह की परेशानियां हो सकती हैं और इस कमी को पूरा करने के लिए क्या खाना चाहिए।