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Tamannaah Bhatia Relationship Advice; Red Flags | Love Tips | रिलेशनशिप- तमन्ना भाटिया ने दिए लव टिप्स: प्यार में एकतरफा देते जाना टॉक्सिक, पहचानें मुहब्बत के 12 रेड फ्लैग, काउंसलर के 8 सुझाव

21 मिनट पहलेलेखक: शैली आचार्य

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बॉलीवुड एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया एक ऐसी अभिनेत्री हैं, जो अपने रिलेशनशिप स्टेटस पर खुलकर बात करने में हिचकती नहीं हैं। अपनी प्रतिभा और खुले विचारों के लिए जानी जाने वाली तमन्ना ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में प्यार और पर्सनल लाइफ पर बात की।

नए रिश्तों में होने वाले उतार-चढ़ाव के बारे में बात करते हुए तमन्ना बताती हैं कि किसी भी रिश्ते की शुरुआती स्टेज में आप जो समस्याएं देखते हैं, अगर वो वक्त रहते सुलझाई न जाएं तो वो हमेशा बनी रहेंगी। उन्होंने अपने पास्ट एक्सपीरियंस के बारे में बताते हुए सुझाव दिया कि किसी भी रिश्ते में जरूरत से ज्यादा नहीं देना चाहिए। यह एक तरह की ‘टॉक्सिक पॉजिटिविटी’ है। ऐसे ही रेड फ्लैग्स रिश्तों में दरार डाल देते हैं।

तो आज ‘रिलेशनशिप’ में बात करेंगे रिश्तों के रेड फ्लैग्स की। साथ ही जानेंगे कि जब नया-नया रिश्ता बन रहा हो या वो शुरुआती स्टेज में हो तो वो कौन-सी आदतें हैं, जिन्हें हमें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। साथ ही जानेंगे कि-

  • रिलेशनशिप के रेड फ्लैग्स को कैसे आइडेंटीफाई करें
  • नए-नए रिश्ते को कैसे मजबूत बनाएं

रिश्तों में रेड फ्लैग्स का मतलब क्या होता है

रिश्तों में रेड फ्लैग होने का मतलब है, वो संकेत, जिससे रिश्तों में कड़वाहट आ सकती है। आपका अपने पार्टनर के साथ झगड़ा हो सकता है, जो रिलेशनशिप को खत्म भी कर सकता है। ये रेड फ्लैग पार्टनर के असहज व्यवहार को बताता है, जैसेकि प्यार और सम्मान की कमी, शक करना, रोक-टोक करना वगैरह।

जेनरेशन-Z के यूथ की बात करें तो वे रिश्ते में रेड और ग्रीन फ्लैग को भी काउंट करते हैं। ग्रीन फ्लैग हेल्दी रिश्ते का इशारा करते हैं, जबकि रेड फ्लैग कपल में झगड़े होने की संभावनाएं बढ़ा सकते हैं।

नए रिश्ते में रेड फ्लैग्स को कैसे करें आइडेंटिफाई

किसी भी रिलेशनशिप में थोड़े बहुत उतार-चढ़ाव होना लाजिमी है। यानी किसी बात पर नोक-झोंक होना, पार्टनर से किसी बात पर रूठ जाना। लेकिन अगर स्थिति ऐसी हो कि पार्टनर्स के बीच कम्युनिकेशन गैप हो, पार्टनर अपनी बात खुलकर नहीं कह पा रहे हों तो यह रेड फ्लैग है।

जैसेकि जितनी दिलचस्पी आप पार्टनर में दिखा रहे हैं, उतना आपका पार्टनर नहीं दिखा रहा। आप उससे कुछ शेयर करते हैं और वह उसे नजरअंदाज कर देता है। कई बार तो ऐसा होता है कि आप मुश्किल वक्त में पार्टनर का मॉरल सपोर्ट चाहते हैं, लेकिन वो उस वक्त मौजूद नहीं रहता।

ऐसे ही कई और रेड फ्लैग्स हैं, जो रिश्ते में दरार पैदा कर सकते हैं।

रिश्ते में सबसे जरूरी एक-दूसरे के विचारों की इज्जत करना

रिलेशनशिप में म्यूचुअल रिस्पेक्ट होना सबसे अहम है। अगर यह न हो तो रिश्ता खराब होने में देर नहीं लगती। एक दूसरे के विचारों कि इज्जत करना किसी भी हेल्दी रिलेशनशिप के लिए जरूरी कंपोनेंट हैं। जब दोनों पार्टनर एक दूसरे के प्रति रिस्पेक्ट महसूस करते हैं तो एक-दूसरे के साथ अपने विचारों और भावनाओं को खुलकर शेयर कर पाते हैं, जो रिश्ते को मजबूती देता है।

ऐसे में गलतफहमियों और झगड़ों की आशंका कम हो सकती है क्योंकि दोनों पार्टनर अपनी जरूरतों और इच्छाओं को व्यक्त करने में सहज महसूस करते हैं।

रिश्तों में रेड फ्लैग से कैसे बचें

एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया रिश्ते को मजबूत बनाने के बारे में सुझाव देती हैं कि सबसे पहले पार्टनर को एक अच्छा लिसनर होना चाहिए। रिश्तों में हर झगड़े में अपने पक्ष को रखने से बेहतर है कि कोशिश करें कि आप अपने पार्टनर के प्रति सहानुभूति दिखाएं। आपको अपने पार्टनर की परेशानियों और इच्छाओं के बारे में पता होना जरूरी है। जब आप उन्हें यह बताएंगे कि वाकई आप उनकी बहुत परवाह करते हैं तो इससे रिश्ता मजबूत हो सकता है।

पार्टनर को बदलने की कोशिश न करें

रिश्ते में अक्सर पार्टनर्स एक-दूसरे की कमियां निकालकर उसे सुधारने की कोशिश करते हैं। वे अपने पार्टनर को बदलना चाहते हैं। अपनी शर्तों और पैमानों के अनुसार वो पार्टनर को ढालना चाहते हैं। मनोविज्ञान की भाषा में इसे पेरेंटिफिकेशन कहते हैं। यानी रोमांटिक रिश्तों में एक पार्टनर का बच्चा बन जाना और दूसरे पार्टनर का पेरेंट। हालांकि ऐसी प्रैक्टिस रिश्ते के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। इसलिए इसे करने से बचें।

पार्टनर को कहें शुक्रिया, बढ़ेगी रिश्ते की गहराई

अमेरिका की प्रसिद्ध मनोचिकित्सक एमिली एच. सैंडर्स के मुताबिक प्यार जितना है, उतना ही महसूस होगा। लेकिन जब उसे पार्टनर के सामने जाहिर करेंगे, प्यार दिखाएंगे तो पार्टनर उसे निखारकर वापस करेगा, ज्यादा प्यार दिखाएगा। ये सिलसिला चलता रहेगा और रिलेशनशिप बॉन्डिंग मजबूत होती जाएगी। एमिली प्यार दिखाने और प्यार में शुक्रिया कहने को हेल्दी रिलेशनशिप की जान बताती हैं।

बेहतर कम्युनिकेशन रखें, पार्टनर के मन की बातें समझें

अगर अपनी बात कहने में ज्यादा एफर्ट नहीं लगाने पड़ रहे हैं तो यह बेहतर कम्युनिकेशन का संकेत है। ऐसी स्थिति में पार्टनर्स के बीच कम्युनिकेशन गैप नहीं रह जाता। यहां यह ध्यान रखना जरूरी है कि कम्युनिकेशन गैप खत्म होने पर पार्टनर एक-दूसरे के मुंह पर कड़वी बातें कहने से भी नहीं हिचकते।

हालांकि एक फैक्ट यह भी है कि आपसी संबंधों में अपनी सोच और जरूरतों को लेकर मुखर रहने वाले पार्टनर्स का रिश्ता ज्यादा मजबूत और मधुर होता है।

एक-दूसरे को पर्सनल स्पेस दें

रिश्ते में प्राइवेसी का न होना आपके पार्टनर को आपके प्रति चिड़चिड़ा बना सकता है। जरूरत से ज्यादा पार्टनर की हर चीज में घुसना अच्छा नहीं। इससे शक की भावना भी पैदा हो सकती है।

रिश्ते में उतार-चढ़ाव बिल्कुल न आए, कभी टकराव की नौबत न आए, हर वक्त रिश्ते में खुशी बनी रहे, आमतौर पर ऐसा हो नहीं पाता है। इसलिए अगर रिश्ते में रेड फ्लैग्स हैं तो उन्हें दूर करें और ग्रीन फ्लैग्स पर काम करें।

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