26 मिनट पहलेलेखक: गौरव तिवारी
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‘सर्दियों के सुपरफूड’ सीरीज में आज का फूड है– ‘सरसों और मेथी का साग।’
ठंड बढ़ने के साथ सब्जी मंडियों के शृंगार में हरा रंग बढ़ता जा रहा है। बाजार में तरह-तरह के साग मिल रहे हैं। इसमें सरसों और मेथी के साग के लिए लोगों की अलग ही दीवानगी दिखती है। इसे ऐसे समझिए कि सर्दियों में उत्तर भारत के कई रेस्टोरेंट और ढाबे सिर्फ सरसों-मेथी के साग के दम पर चलते हैं।
यह साग लाजवाब स्वाद के साथ शरीर के लिए जरूरी न्यूट्रिशन से भरपूर होता है। इसमें कई जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स भी होते हैं। इसकी खास बात ये है कि ये लो कैलोरी फूड है और शरीर को सभी जरूरी माइक्रो न्यूट्रिएंट्स भी देता है।
हमारी दादी-नानी सालों से सरसों और मेथी का साग बनाती आ रही हैं। यही कारण है कि पहले लोगों को 60-70 की उम्र तक भी सुई में धागा डालने के लिए चश्मे की जरूरत नहीं पड़ती थी।
अब इंस्टेंट फूड की चाहत साग को थाली से दूर कर रही है। यह रेस्टोरेंट के स्पेशल मेन्यू का हिस्सा बनता जा रहा है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि सिर्फ 100 ग्राम मेथी के साग में रोजाना जरूरत का 186% आयरन मिल जाता है। मात्र एक कप सरसों के साग में 120% विटामिन K मिल जाता है।
इसलिए ‘सर्दियों के सुपरफूड’ सीरीज में आज बात करेंगे सरसों और मेथी के साग की। साथ ही जानेंगे कि-
- इसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू क्या है?
- सरसों-मेथी का साग किन बीमारियों से बचा सकता है?
- इसे किन लोगों को नहीं खाना चाहिए?
साग को महंगे फल नहीं दे सकते टक्कर
न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. अनु अग्रवाल कहती हैं कि अगर कोई सर्दियों में रोज साग खा रहा है तो यह कई महंगे फल खाने से भी ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि साग में कैलोरी कम होती है और पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं।
सरसों और मेथी के साग में शुगर और फैट न के बराबर होता है। इसमें कार्ब्स भी कम होता है, जबकि फाइबर पर्याप्त मात्रा में होता है। इसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू ग्राफिक में देखिए:
मिनरल्स का खजाना है सरसों और मेथी
सरसों में शरीर के लिए जरूरी ज्यादातर विटामिन्स होते हैं। ये दोनों ही साग आयरन, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे जरूरी मिनरल्स का खजाना होते हैं। ग्राफिक में देखिए:
सरसों और मेथी का साग खाने से टलेंगी कई बीमारियां
प्रकृति हर मौसम में शरीर की जरूरत के अनुसार फल और सब्जियां देती है। ठंड में हमारे लिए साग वरदान की तरह है। डॉ. अनु अग्रवाल कहती हैं कि अगर सर्दियों में हफ्ते में दो-तीन बार सरसों और मेथी का साग खाया जाए तो कई बीमारियों का जोखिम कम हो सकता है।
साग खाने से आर्थराइटिस के दर्द से राहत मिलती है और कोरोनरी हार्ट डिजीज का जोखिम कम होता है। स्किन हेल्दी और चमकदार होती है। इससे ब्रेन फंक्शनिंग में भी सुधार होता है। ग्राफिक में देखिए:
सरसों और मेथी के साग से जुड़े कुछ कॉमन सवाल और उनके जवाब
सवाल: एक दिन में कितना सरसों और मेथी का साग खा सकते हैं?
जवाब: डॉ. अनु अग्रवाल कहती हैं कि आमतौर पर दिन में एक-दो सर्विंग सरसों और मेथी का साग खाना सेफ है। ज्यादा साग खाने से डायरिया हो सकता है, आंतों में सूजन हो सकती है और एब्डॉमिनल पेन भी हो सकता है। कई दिन तक लगातार ज्यादा साग खाने से किडनी स्टोन भी हो सकता है।
सवाल: क्या सरसों का साग खाने के कुछ नुकसान भी हैं?
जवाब: आमतौर पर सरसों का साग सबके लिए सेफ माना जाता है। हालांकि कुछ मामलों में इसके साइड इफेक्ट भी दिख सकते हैं–
- फॉस्फोरस और फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशयम का एब्जॉर्प्शन कम हो सकता है।
- विटामिन K की मात्रा बहुत अधिक होने के कारण खून पतला हो सकता है। अगर कोई ब्लीडिंग डिसऑर्डर है तो लक्षण गंभीर हो सकते हैं।
- सरसों का साग खाने से गैस और ब्लोटिंग हो सकती है।
सवाल: मेथी का साग खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं?
जवाब: मेथी का साग खाने से कुछ लोगों में एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं।
- डायरिया, उल्टी या ब्लोटिंग हो सकती है।
- ब्लड शुगर लेवल लो हो सकता है।
- अगर किसी को अस्थमा है तो उसके लक्षण गंभीर हो सकते हैं।
- इसे खाने के बाद कुछ लोगों को सिरदर्द हो सकता है या सिर घूम सकता है।
सवाल: क्या सरसों का साग खाने से किडनी स्टोन हो सकता है?
जवाब: हां, यह सच है। इसमें ऑक्सलेट की मात्रा अधिक होने के कारण किडनी स्टोन का जोखिम हो सकता है। जिन लोगों को किडनी स्टोन है या पहले कभी ऐसी समस्या रही है तो उन्हें सरसों का साग खाने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
सवाल: किन लोगों को सरसों और मेथी का साग नहीं खाना चाहिए?
जवाब: नीचे पॉइंटर्स में देखिए कि किन लोगों को सरसों और मेथी का साग नहीं खाना चाहिए:
इन लोगों को नहीं खाना चाहिए सरसों का साग
- जिन लोगों को ब्लीडिंग डिसऑर्डर है।
- जिन्हें किडनी स्टोन है या पहले स्टोन की समस्या रही है।
- जिन्हें अक्सर गैस या ब्लोटिंग की समस्या रहती है।
इन लोगों को नहीं खाना चाहिए मेथी का साग:
- छोटे बच्चों को, खासकर जिन्हें पी-नट बटर से एलर्जी है।
- जिन्हें किडनी या लिवर की कोई बीमारी है।
- प्रेग्नेंट महिलाएं इसे खाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
- अगर कोई दवा या सप्लीमेंट ले रहे हैं तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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